Psalms (भजन संहिता) >> \"Revival Prayer\" Psalm



1 हे यहोवा, तू अपने देश पर प्रसन्न हुआ, याकूब को बन्धुआई से लौटा ले आया है।
1 Lord, thou hast been favourable unto thy land: thou hast brought back the captivity of Jacob.
2 तू ने अपनी प्रजा के अधर्म को क्षमा किया है; और उसके सब पापों को ढांप दिया है।
2 Thou hast forgiven the iniquity of thy people, thou hast covered all their sin. Selah.
3 तू ने अपने रोष को शान्त किया है; और अपने भड़के हुए कोप को दूर किया है॥
3 Thou hast taken away all thy wrath: thou hast turned thyself from the fierceness of thine anger.
4 हे हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर हम को फेर, और अपना क्रोध हम पर से दूर कर!
4 Turn us, O God of our salvation, and cause thine anger toward us to cease.
5 क्या तू हम पर सदा कोपित रहेगा? क्या तू पीढ़ी से पीढ़ी तक कोप करता रहेगा?
5 Wilt thou be angry with us for ever? wilt thou draw out thine anger to all generations?
6 क्या तू हम को फिर न जिलाएगा, कि तेरी प्रजा तुझ में आनन्द करे?
6 Wilt thou not revive us again: that thy people may rejoice in thee?
7 हे यहोवा अपनी करूणा हमें दिखा, और तू हमारा उद्धार कर॥
7 Shew us thy mercy, O LORD, and grant us thy salvation.
8 मैं कान लगाए रहूंगा, कि ईश्वर यहोवा क्या कहता है, वह तो अपनी प्रजा से जो उसके भक्त है, शान्ति की बातें कहेगा; परन्तु वे फिर के मूर्खता न करने लगें।
8 I will hear what God the LORD will speak: for he will speak peace unto his people, and to his saints: but let them not turn again to folly.
9 निश्चय उसके डरवैयों के उद्धार का समय निकट है, तब हमारे देश में महिमा का निवास होगा॥
9 Surely his salvation is nigh them that fear him; that glory may dwell in our land.
10 करूणा और सच्चाई आपस में मिल गई हैं; धर्म और मेल ने आपस में चुम्बन किया है।
10 Mercy and truth are met together; righteousness and peace have kissed each other.
11 पृथ्वी में से सच्चाई उगती और स्वर्ग से धर्म झुकता है।
11 Truth shall spring out of the earth; and righteousness shall look down from heaven.
12 फिर यहोवा उत्तम पदार्थ देगा, और हमारी भूमि अपनी उपज देगी।
12 Yea, the LORD shall give that which is good; and our land shall yield her increase.
13 धर्म उसके आगे आगे चलेगा, और उसके पांवों के चिन्हों को हमारे लिये मार्ग बनाएगा॥
13 Righteousness shall go before him; and shall set us in the way of his steps.